हाथरस। सोलह माह से मानदेय न मिलने के कारण ग्राम रोजगार सेवकों में भारी रोष व्याप्त है। अपनी समस्या के समाधान के लिए ग्राम रोजगार सेवक संघ के तत्वावधान में विकास खंड सासनी परिसर में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष विनोद चौधरी ने की, जिसमें खंड विकास अधिकारी को जल्द से जल्द समस्या के समाधान के लिए ज्ञापन सौंपा गया।
बैठक में प्रांतीय मंत्री दिनेश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि ग्राम रोजगार सेवक मनरेगा के अंतर्गत कार्य तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नियमित रूप से मानदेय नहीं मिल रहा। इस वर्ष दीपावली और होली जैसे प्रमुख त्योहारों पर भी उन्हें भुगतान नहीं किया गया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति गंभीर होती जा रही है।
बैठक में मधु सैंगर ने बताया कि अप्रैल 2024 में भी मानदेय न मिलने के कारण रोजगार सेवकों ने कार्य बंद कर दिया था। उस समय खंड विकास अधिकारी सुरेंद्र सिंह चाहर ने आश्वासन दिया था कि सभी को पूरा मानदेय मिलेगा, लेकिन अब तक किसी को भी संपूर्ण भुगतान नहीं मिला।
जसवंत सिंह आजाद एवं विमल कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि गांवों के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले रोजगार सेवकों को खुद अपनी आजीविका के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए ग्राम रोजगार सेवकों ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें जल्द मानदेय नहीं दिया गया तो 1 अप्रैल 2025 से समस्त ग्राम रोजगार सेवक अपने-अपने पंचायत क्षेत्रों में मनरेगा कार्य पूरी तरह बंद कर देंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस दौरान गगन कुमार, ललित कुमार, राजेंद्र प्रसाद, तेजेंद्र कुमार, कल्पना, भारती शर्मा, कुलदीप शर्मा, अफजल खान, अरुण पचैरी, मनीष कुमार, गोपाल शर्मा, सतीश चंद्र, मनोज कुमार, कपिल कुमार, राजेश कुमार, मेघ सिंह, पौप सिंह, रामू, विवेक कुमार, राजेंद्र सिंह, सत्यप्रकाश, बलवीर सिंह, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, दीपेश सेंगर, राजवीर सिंह, अरविंद पाठक, अनेश कुमार समेत कई ग्राम रोजगार सेवक मौजूद रहे।