हाथरस। प्राथमिक विद्यालय गिजरौली की प्रधानाचार्या के शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण के आरोपों को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग उठी है। एसोसिएशन ऑफ़ ह्यूमन राइट्स संस्था के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती से मुलाकात कर इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल ने सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र हाथरस द्वारा प्रधानाचार्या का शोषण किया जा रहा है, जिससे वह मानसिक तनाव और डिप्रेशन की शिकार हो रही हैं। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी कई बार शिकायती पत्र भेजे। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। यह मामला कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम के अंतर्गत आता है। प्रतिनिधि मंडल ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि अभी तक आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) का गठन नहीं किया गया, जो कि इस अधिनियम का उल्लंघन है। साथ ही, प्रधानाचार्या ने भविष्य में किसी अनहोनी की आशंका भी जताई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि तीन दिनों के भीतर आईसीसी का गठन कर निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में संस्था के राष्ट्रीय सचिव प्रवीन वार्ष्णेय, शैलेन्द्र सांवलिया, राजेश वार्ष्णेय आदि पदाधिकारी थे।