हाथरस। सिख गुरु अर्जन देव के शहीदी दिवस पर कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष व कासगंज के कोर्डिनेटर चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने अलीगढ़ रोड स्थित गुरुद्वारे पर माथा टेक कर नमन किया।
उन्होंने कहा कि गुरु अर्जन देव सिख धर्म के पांचवे गुरु थे। वे सिख धर्म के पहले शहीद भी थे। उन्हें मुग़ल बादशाह जहांगीर के आदेश पर सन 1606 में लाहौर में फांसी दे दी गई थी। गुरु अर्जन देव शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुंज हैं। वे मानव सेवा के पक्षधर थे। उन्होंने कहा कि गुरु अर्जन देव से ही सिख धर्म में बलिदान की परम्परा का आगाज हुआ।